राम नाम से पत्थर तैरे थे सागर में, इक नाम तुम्हारा लेकर हम भी तैर गये, उधर राम ने केवल सागर पार किया था, हम तो भवसागर ग़म का सारा तैर गये, कौन बच सका है जीवन के तूफ़ानों से, जिसने क़दम रखा है तो अब चलना होगा, लेकिन अब तक जो भी उतरे इस दरिया में, वो कश्ती कागज़ पत्तल सब कुछ तैर गये। राम नाम||जीवन||कविता #ramnam #ram #lifepoem #hindipoetry #yqdidi #yqlifepoetry