जानते हो फिर भी आजमाते हो इश्क़ करते हो या मुझे इश्क़ की कसौटी पे परखते हो जानते हो हाल ए दिल मेरा फिर भी पुछते हो सबब मेरी बेकरारी का जानते हो जुबां कुछ कह पाती नही फिर भी इशारे निगाहों के समझ क्यों पाते नहीं जानते हो आंखें मेरी सोती नहीं फिर भी क्यों ख्यालों में आते नही ©Ankur Mishra #जानते_हो #steps