वैसे कोई वजह नही है नाराजगी की बस जिद में युही नाराज हुए बैठे है गांव में सब कुछ ही अपना था शहर में तेरे लिए किरायेदार हुये बैठे है मैं फिर भी तुमको चाहूंगा मैं फिर भी तुमको चाहूंगा