अंदर तुफान और होठों पे मुस्कान रखना पड़ता है । जलते हुये आग में पानी की दुकान रखना पड़ता है। हँसते हुये चेहरे का दर्द कोई नही समझता, सबके लिये हंसी और अपना नुकसान रखना पड़ता है। सुनो ना होंठों पे मुस्कान।✍✍ ©Chetna Singh यत्र नारि आज की आवाज बिहार (कविता) #India #bihar #chhapra #myself #mystyle #myfeelings #mythoughts #Nojoto. #mask