आँसूओं को रोकने का कोई तो बहाना मिल जाए ... कैसे अपने दिल को समझाऊ,,, कि रोने से अगर जाने वाला आ जाता तो आँसूओं का सागर झलका देते... पर! ऐसा नहीं हैं.. वो दुनिया ही बड़ी अजीब हैं जाने वाले का पता है फिर भी संदेश नही जाता,,, बस रह-रह कर याँदों की एक किताब खुल जाती हैं और धीरे से कानों मे कुछ कह जाती हैं ,,, मत रो, कैसे रोकु अपने आँसूओं को,, तू ही बता दो हे- प्रभु बुआजी को अपने चरणों में स्थान देना ..... आज बुआजी और फुफाजी दोनो चले गये इस दुनिया को छोड़कर,, 😥😥😥😥😥😥 #buag#