किदर नु जाना सिहनेयो, जेठ दी दोपहर आ, सूरज सर चढ़ेया, तेरे हुस्न दी ता खैर आ, साम्भ के रखी आपने हुस्न नु, ए जेठ दी दोपहर आ, आना जाना छड़ परे, हुस्न दा ख्याल रख, मरदे ने मुंडे तेरे ते, उन्हा दा ता ख्याल रख।। जेठ - देसी महीना मई जून की गर्मी साम्भ - सम्भाल #yqbhaji #हुस्न #दोपहर #summer #yqbaba #yqdidi #punjabi #pchawla16