✍️✍️.. कोई मजहब नहीं कहता कि रखो बैर आपस में.. मैं गंगाजल तुम्हें दूंगा गर जमजम पिलाओ तुम .. चलो मिलकर नफरत को दिलों से ही मिटा दे हम दिलों में प्यार की यारों चलो श़मां जलाओ तुम.. 🤔🤔 #आजम और जया से बेहया