याद है वो रुमाल जिससे तुमने मेरे आंसुओं को पोंछकर मुझे देते हुए कहा था की ये रुमाल मैं तुम्हें आंसू पोंछने के लिए नहीं ...read caption her hanky... उसका रुमाल... याद है वो रुमाल जिससे तुमने मेरे आंसुओं को पोंछकर मुझे देते हुए कहा था की "ये रुमाल मैं तुम्हें आंसू पोंछने के लिए नहीं मुझे याद करने के लिए दे रही हूँ। जब भी तुम्हारा रोने का मन करे इस रुमाल को अपने गालों पर फेर लिया करना और समझना कि मैंने अपनी उंगलियों से तुम्हारे गालों को छूकर कहा है कि मत रोओ नहीं तो मैं रो पड़ूँगी।" आज भी जब मुझे रोने का मन करता है मैं ठीक वैसा ही करता हूँ बस फ़र्क़ ये है कि तुम्हारी कसम का जोर अब मुझपर नहीं चल पाता। आ जाओ मुझे इस वक़्त इस रुमाल की नहीं सिर्फ और सिर्फ तुम्हारी ज़रूरत है।