अश्कों की जुबां रुकसारों से कहें अर्सों से याद न किया तुमने क़्यो मैं तो दिल की छलकन हूँ नाराज़गी हमसे क़्यो शिकवा ग़म से है तुम्हे तो बेवफाई हमसे क़्यो मुझे ग़म का हमशक्ल समझने की भूल न करना मैं तो हर एहसास का साथी हूँ लाज़मी सी बूँद हूँ कभी दुआ तो कभी इबादत तो कभी बस यूँही बरस ही आती हूँ तुम मुझसे तो खफा हो लोगे खामखां पर भूल गए तुम शायद तुम्हारी हर खफाई में मैं हु तुम रोते को चुप करती हूँ। #gif #nojoto #nojotosad #nojotohindi #nojotoaasman #nojotolove #nojotodil #nojotopoetry #nojotoshayri