खूबसूरत तूने ये दुनियाँ बनाई खूबसूरत रंगों से दुनियाँ सजाई मां बाप का प्यार दिया एक भरा-pura परिवार दिया हा शिकायतें तो हैं बहुत तुमसे पर तुम भी क्या करोगे सारी दुनियाँ का भार अकेले जो सह रहे हो। तुम तो कहते हो की सब तुमसे ही जन्म लेते हैं और फिर तुम में ही समासहित होते हैं। फिर हम क्यूँ अपनो को खोने के डर से ही व्याकुल होते हैं। ये मोह माया का जाल बुना तुमने जी का जंजाल बुना खूबसूरत तूने दुनियाँ बनाई