अरे ओ.. रावण जलाने वालो.. कभी मन का रावण भी जला लो ।। रावण जैसे तो हम बन नही सकते,, बहन बेटी की इज़्ज़त की रखवाली ,हम कर नही सकते ।। दुसरो की बहन बेटियों को देखकर,, उनपर हम गंदे वाक्यांश है कसते ।। अरे ओ ..राम का दिखावा करने वालों.. कभी रावण के भी शिष्टाचार अपना लो ।। परस्त्री का अपहरण करके भी,, उसने उसको स्पर्श तक नही किया ।। अपनी बहन की इज़्ज़त जाने के बदले में,, अपने पूरे कुटुंब का नाश करवा लिया ।। अरे ओ.. रावण पर कीचड़ उछालने वालो.. कभी खुद को भी रावण बना लो ।। अरे ओ.. रावण जलाने वालो.. कभी मन का रावण भी जला लो ।। मन का रावण