इस जहाँ को शिकायत है मेरी ख़ामोशी से मगर मैं मग़रूर हूँ मेरे ज़हन में मचे शोर से ये ख़ुद की उलझन है ख़ुद से ही सुलझे गी क्या जिक्र करूं मैं इसका किसी ओर से #merejzbatsyr #meredard #2linespoetry #leaf bhavik🐻