तुम बिता हुआ वक्त तो नहीं जो लौट के वापिस आ न सको ना हीं हो तुम टूटे कांच का टूकडा़ जो अपने स्वरूप को पा न सको तुम उम्मीद हो मेरी ,हो मेरे अल्फ़ाज़, तुम मेरा ख्वाब हो मन की खिड़की से हर रोज देखूं जिसको , तुम वो आफताब हो... तूफ़ान को आना है ,आकर चले जाना है... Sanses Foundation 𝑵𝒆𝒆𝒕𝒖 𝑺𝒊𝒏𝒉𝒂 Eshu सुरेश चौहान बहुत बहुत धन्यवाद मुझे याद रखने के लिए ख्याल #आफताब #लोटआओ #उम्मीदकीरौशनी #yqdidi #yqbaba #yqdada