Nojoto: Largest Storytelling Platform

मैं स्कूल नही जाऊंगा रमज़ान का रहमतों भरा महीना ज

 मैं स्कूल नही जाऊंगा 

रमज़ान का रहमतों भरा महीना
जुमे का दिन मस्जिद पूरी तरह से भरी हुई

एक पाँच छ साल का मासूम सा बच्चा अपनी छोटी बहन को लेकर मस्जिद के एक तरफ कोने में बैठा हाथ उठा कर अल्लाह से न जाने क्या मांग रहा था।

कपड़ों पर मेल लगा हुआ था मगर निहायत साफ, उसके नन्हे नन्हे से गाल आँसूओं से भीग चुके थे।
 मैं स्कूल नही जाऊंगा 

रमज़ान का रहमतों भरा महीना
जुमे का दिन मस्जिद पूरी तरह से भरी हुई

एक पाँच छ साल का मासूम सा बच्चा अपनी छोटी बहन को लेकर मस्जिद के एक तरफ कोने में बैठा हाथ उठा कर अल्लाह से न जाने क्या मांग रहा था।

कपड़ों पर मेल लगा हुआ था मगर निहायत साफ, उसके नन्हे नन्हे से गाल आँसूओं से भीग चुके थे।