ग़ज़ल कैसे लिखें?? // पढ़िए अनुशीर्षक में // मुझे खुद भी बहुत अच्छे से ग़ज़ल लिखना नहीं आता क्योंकि ये साहित्य की सबसे कठिन विधाओं में से एक है। पर फिर भी मेरी एक कोशिश है इसके नियम आप सबको समझाने की। हर विधा के अपने कुछ नियम होते हैं, उसी तरह ग़ज़ल में भी कुछ महत्वपूर्ण नियम हैं। उनके बिना अपने द्वारा लिखी गज़ल महज़ कोई साधारण सी कविता सी प्रतीत होगी। चलिए देखते हैं ग़ज़ल के नियम। _______________________ ग़ज़ल शेरों का समूह है। इसके पहले शेर को *मतला* कहते हैं। ग़ज़ल के अंतिम शेर को *मक़्ता* कहते हैं। मक़्ते में सामान्यतः शायर अपना नाम र