हो हौसला पहाड़ सा , शेर की दहाड़ सा । है मुश्किलें कुछ नही , बस राह की है ठोकरे । बड़े चल , बड़े चल , खुद को बस तू झोंक रे । समय सब लील जायेगा , बाद तू पछतायेगा । अभी भुजा में जोर है , हवाओँ में भी शोर है । हाथी सा चिंघाड़ तू , फौलाद को भी फाड़ तू । राष्ट्र का तू है युवा तो, इस राष्ट्र को दिशा दे । हर उठने वाली आँख का, तू नामोनिशा मिटा दे । हो #हौसला #पहाड़ सा , #शेर की #दहाड़ सा । है #मुश्किलें कुछ नही , बस #राह की है #ठोकरे । बड़े चल , बड़े चल , #खुद को बस तू #झोंक रे । #समय सब लील जायेगा , बाद तू #पछतायेगा ।