जो कहते हैं खुद को तेरे हम बस जीने का जरिया है ये भ्रम इस भ्रम में ही जीते जीते मर जाएँ ख़ुदा बस इतना कर दे करम ख़ुदा भी पर क्यों करे करम अब तो न जाते है हम दैर ओ हरम कैसा था,कैसा हो गया हूँ,अब तो अपना हाल देख के हैं जाते सहम अब तो कोई रास्ता निकालिए 'राज़' कबतक बेकार का पालना ये गम *दैर ओ हरम- temple and sanctuary #yqbaba#yqdidi