मुसाफ़िर मंजिलें अपनी जगह है ,रास्ता तू ढूंढ़ ले किस फिक्र में है घूमता, मुस्कुरा तू झूम ले ।। ना मिले गर मंज़िल तो क्या,तू ठहर मत थक कर कहीं ये सोचकर तू चलता चल,मंज़िल मिलेगी अब यहीं ।। #InspireThroughWriting #Love #Goals #story