#2YearsOfNojoto वो बचपन की यादें, तितलियों का हुजूम अक़्सर याद आते हैं, अक़्सर याद आते हैं वो फूलों की वादी,ख़ुशबूओं सा सुकून मन को बहलाते हैं, अक़्सर याद आते हैं -अशरफ फ़ानी कबीर #यादें