सुनो दांत बड़े हैं मेरे चेहरा भी अच्छा नहीं जुल्फों का माथे पर पहरा भी अच्छा नहीं| मोहब्बत है तुमसे ख़ूब मैं दिल से कह रहा हूं, यूं नजरें चुराकर जाना तेरा बर्ताव अच्छा नहीं| अभी तो खा कर आई हो तुम धोखा साफ-सुथरे से, जॉन एलिया ❣️ दोबारा उन्हीं को मौका देना यह उसूल अच्छा नहीं| गोरे चेहरे ही बस मोहब्बत करना जानते तो यहां कोई "जॉन एलिया साहब" जैसा आशिक बनता अच्छा नहीं| 'सुशील' लिखता है जमाने भर की बातें और इस जमाने के जाल में फंसकर तेरा रास्ता चुनना अच्छा नहीं| ❣️❣️❣️❣️❣️❣️ सुनो दांत बड़े हैं मेरे चेहरा भी अच्छा नहीं जुल्फों का माथे पर पहरा भी अच्छा नहीं| मोहब्बत है तुमसे ख़ूब मैं दिल से कह रहा हूं,