पेज-35 चंद्रमुखी जी-मेरे कंगना चमके चम चम चम..! मेरे झुमके चमके चम चम चम..! विशाल जी-हाँ चमकीली एक काम करिये आप ही शर्मा जी के पास खड़े हो जायें.. देखिये मगर ज्यादा ना चमकें वरना उन्हें रतौंधी की शिकायत हो जायेगी..! थोड़ा कम चमकिये प्लीज..!(भगवान इन्हें तो बस नृत्य नृत्य और नृत्य...! Ak.shrma-अरे विशाल जी... बिजली आ गई..! विशाल जी-अरे भाई तो खुशी मनाओ बिजली आ गई जैसे बड़ा तूफान आ गया.. ! Ak शर्मा- अरे हुज़ूर सच में बिजली आ गई... आपके पीछे खड़ी है..! विशाल जी-अमा मियां काम पर ध्यान दो यार.. बिजली का क्या है आती जाती रहेगी...! बिजली-ओये... ! बिजली आकर बहुत देर से तुम्हारी गिटर पिटर सुन रई.. तुमखे पता नइ हमारे ताऊ अखाड़ा के पहलवान रये हैं..हमाओ भी ब्याह करवाओ.. नइ तो कोई की खैर ने रह है.. विशाल जी- ओह्ह तो ये बात है आपने पहले काय नइ कही..? उते देखो वे दिख रय ना... यशपाल जी.. बड़ी बड़ी मूँछ वाले... उनके पास जाओ.. वे फटाफट तुम्हाई शादी करवा देहें...! बिजली-जेsss बात.. पहले काय नइ कही..! विशाल जी-तुमने पूछिअई नइ..! बिजली-धत पगलू.. हम अबहिं आय रय.. विशाल जी-पहले जाओ तो..! बिजली-हओ का.. तुम्हई तो नइ मिले अब तक.. विशाल जी-अरा रर्र रररा .. (इतना कहकर बिजली यशपाल जी के पास पहुंच गईं..!) (यहाँ विशाल जी..)अब किसे लगाऊं.. !🤔 हाँ.. ! (आगे कैप्शन में पढ़ें जी🙏) ©R. K. Soni #रत्नाकर कालोनी शेष भाग- हेलो हेलो.. मैं विशाल कुमार रत्नाकर कालोनी से क्या मैं नीर भाई से बात कर रहा हूं ... जी जी शुक्रिया... माफ़ कीजिये आपसे और नोजोटो टीम से सख़्त नाराजगी है.... यहाँ हमारे बेटे की सगाई है और आप नोजोटो में से किसी को इतनी फुरसत नहीं है कि कम से कम नोटिफिकेशन बार दुरुस्त कर दें.. बार बार बार बंद हो रहा है... और आपमें से कोई अभी तक यहाँ आया नहीं समय निकला जा रहा है..क्या कहा..! पता नहीं था..! अजी साहब कथाकार ने तीस चालीस पोस्ट अपलोड कर दीं हैं.. आपकी नज़र एकाध में भी नहीं पड़ी..! हाँ जी.. सबको बताइये जल्दी सबको सगाई में चलना है आधे घंटे बचे हैं.... हाँ.. हाँ मेरे सर में रख दे ... अरे ना ना आपसे नहीं नीर जी ये कूलर यहाँ मेरे पैर में रख दिया उसे डांट रहा हूं... क्यूँ भाई यहाँ क्यूँ लाया कूलर .... क्या कहा नौसाद जी ने... ! अरे यहाँ नहीं वहाँ गेस्टहाऊस में रखकर आओ. बाबा... ! जी नीर जी.. किसी का फोन है प्लीज आप जल्दी आइयेगा.. हेलो हेलो.. हाँ ब्रजेश.. क्या..? जमानत मंजूर हो गई... ! कितने जमा कर रहा है...? पचास हजार.... अरे मैं नहीं आ पा रहा हूं...! तुम अरेंज करो ना.. मेरे अकॉउंट में डलवा दो.. अच्छा मुझे आना पड़ेगा... रुको मैं झटका मारके आता हूं... दो मिनट में... (विशाल जी कल्टी मारने की कोशिश कर ही रहे थे कि किसी ने हाथ पकड़ लिया) अरे कौन हो भाई अर्जेन्ट काम है छोड़ो मुझे....? नौसाद जी-कहां चल दिये..? अरे मियां जाना पड़ेगा अर्जेन्ट पचास हजार का सवाल है.. वाह वाह.. ! हमें लाइव शो से बुला लिया.. और खुद निपच रहे हैं.. !जाने ना दूंगा.. कितनी मुश्किल से एक सरप्राइज लाया हूं.. तुम्हें क्या लगता है सारी जबाबदारी तुम ही निभाओगे.. हमें भी फिक्र है जॉन अपने मानक की.... - अच्छा.. क्या सरप्राइज है..! - वो देखो.. वहाँ खड़ी है..! - क्या..?