इश्क यह भी है इश्क वोह भी है ईश्क से ही हस्ती मोह भी है। ईश्क के ही रास्तों में काटे या जन्नत तोह भी है। बीते जो रैना इश्क में नींद अखियों में हो तो भी है। यह इश्क है तो इबादत है आज नही बरसों भी है कभी किसी ने देखा नही अश्क अखियों से हों तो भी है। यह इश्क़ को मालूम क्या बेहद की नगरी से तो भी है।। मासूम दिल को क्या पता जूनून दिल पर तोह भी है। इश्क़ यह भी है ।। इश्क़ वोह भी है। ©Kalamzaar #इश्क #nojotahindi #Hindi #nojato #shairi #SunSet