भाग - 5 खबर फैल गई चारो तरफ रेल काण्ड की भाई अब करा तंग पहरा गोरो ने । करने पहुॅचे बहिष्कार लाला लाज पतराय अग्रेजों का इंकलाब के लगे गूंजने तब नारे । अंग्रेजों ने दिया आदेश जाओं भाई अपने घर लाला बोला हम नहीं तुम ही जाओ फिरंगी भाई । दिया आदेश अंग्रेज अफसर ने फिर टूट पड़े गोरे निर्दोषों पर भाई । लाला के सर पड़ती रही लाटी यारो धन्य है ऐसे पुत्र को झुका नही अग्रेजों के आगे सिर पर पडी हजारो लाटी मेरे सिर पर पड़ी ये एक-एक लाटी अग्रेजों आपके के लिए ये कील साबित होगी । इस तरह मारे गये धरती मा के लाल । आया समय असेम्बली का बम फेंका भगत ने यारो । हुए गिरफ्तार देश खातिर हस्ते हस्ते वे दीवाने । अब शुरु कहानी हुई जेल की यारो सब क्रान्तिकारी हुए जेल में यारों चढ़ा दिया इन्हे रिमान्ड पर अब भाई । आगे और अच्छा लगे तो दोस्त लाइक करे जिससे मुझे और लिखने की प्ररेणा मिले और आन्नद आये । धन्यवाद अशोक कुमारpoet शहीदों की याद