तुझपे भरोसा करके गलत कर बैठा, खता ये भी है तुझको दिल दे बैठा, अंजाने में ये तूने अच्छा तो नहीं किया, यार मैं भी ऐसे पेंड़ की छांव में जा बैठा, अंकुर दिल टूटता है मगर आवाज नहीं आती, अच्छा खांसा मैं खुद को गमजदा कर बैठा। ©DRx AnKur RaWat #कलम_अंकुर #रावत_साहब