गण पति बप्पा मोरियाँ,,,,,,भगवान कृष्ण के अलावा "गणपति के मुकुट मे """मोर का पँखी"लगी होती है---- गणपति और कृष्ण दोनो की कामदेव जयी है,,,, अर्थात् प्रेम की पराकाष्ठा गणपति के आलय मे निवासित हो सकती है,,, जब महाभारत लिखना था उस वक्त यह शर्त थी कि,,,,,,,ऐसा व्यक्ति या देवता चाहिये जो """बिना रुके लिख सके