जो लब नही कह पाए तेरे वो हसीं जज़्बात बन सकता हूं मै जमाने भर की खुशियां न सही पर खुशी की बात बन सकता हूं मै अंजान चांद तारों के पार तो मैं ले जा नही सकता हूं तुम्हे पर जवानी से बुढ़ापे तक थाम तुम्हारा हाथ चल सकता हूं मै #अंजान ©Ankur tiwari #Dhund