हां रात भर इक चांद का साया रहा, रात जागती रही और मैं रोता रहा ! मेरी सांसे उस रात थोड़ी रुक सी रही थी / क्योंकि उसी रात मेरी जान मुझे छोड़कर जा चुकी थी / शायद इसीलिए...............❤️🩹 रात भर इक चांद का साया रहा ।।। रात जागती रही और मैं रोता रहा ! ! ©Gulab Malakar #Ek #Chand #Raat #sanse