जिंदगी में अपनी एक बात हमेशा छुपा के रखो, वही आपका गुण बनती है , क्योंकि सतयुग भी सतयुग इसलिए बना क्योंकि वहां बात/गुण छुप नही सका, यह तो फिर भी कलयुग है ।