जो गुज़र गया बुरा तो नहीं था , तूफाँ ने गिराया है शज़र वो , खुद से गिरा तो नहीं था , शायद ऊँचाई से हार गया , वो पर्वत चढ़ा तो नहीं था , बारिश कुछ तन्हा सी थी, आज साथ ओला तो नहीं था , कैसे खामोश गुज़र गया अब्र, आज कुछ बोला तो नहीं था , जो मिला था पत्ता ख़िज़ाँ का था , वो पहले हरा तो नहीं था , जो ठहरा था वहाँ खाई थी , "अभय" डरा तो नहीं था , जो गुज़र गया बुरा तो नहीं था , तूफाँ ने गिराया है शज़र वो , खुद से गिरा तो नहीं था , #अभय #RDV19 #nojoto #shayari