उसने खत मेरा जला तो दिया मगर अफसोस उसके दिल से मेरी तहरीर नही हट पायी मेने आंखों में सजा रक्खे हैं सब ख्वाब तेरे सामने से तेरी तस्वीर नही हट पायी ---शाह आलम रौनक़ उसने खत मेरा