मैं अपलक देखता हूँ तेरे बदलते रंग कभी नखरों की झलक कभी प्यार की उमंग तेरे गुलाबी गाल तेरे होंठ चटख लाल तेरी सधी हुई सी भौहें घनी लता से काले बाल कोमल से हृदय में यौवन का तरंग मैं अपलक देखता हूँ तेरे बदलते रंग ♥️ Challenge-704 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।