अंदर तक टुट कर बिखर गई हूँ मै बस खुद हीं में सिमट गई हूँ तन्हा हुई हूँ तेरे छोड़ जानें से इस कद्र आज एक बार फिर तेरी यादों से लिपट गई हूँ अजीब जिंदगी के तौर-तरीके है काँच से ज्यादा दिल टुट जाते है और शराफत तो देखिए इस दिल की इस तरह खामोश होतें है उफ्फ तक नहीं कर पातें है। #मै#और#मेरी #तन्हाई