वो एक लम्हा था जो सोचने में गया बीत। चंद पल में सिमटी दुनिया मानो कोई गीत।। किताबों के पन्ने पलटते पलटते हुआ ये एहसास। अपनो के साथ गुजारा पल था बिल्कुल खास।। सभी के साथ समय का चक्र चलता रहा । किसी की याद में अश्रु की नदी न बहा ।। जो बीत गया वो बीत गया,जैसे सुन्हरे पल। इस चक्कर में कभी न पडना, कल आज कल ।। #66thquote #समय_की_शायरी #poetry #poetrycommunity #aajkagyaan #quotesbychaube #shayari