मुझे सीने से लगा कर, यूँ तुम मुझे रुख़सत ना करो बहुत सिसकी हैं ये आंखे मेरी फिर से गीली ना करो चाँद जैसे हो तुम, छिप जाते जो बदलो के संग हरदम तुम्हें ढूंढते रहते "कृष्णा" धड़कनों को बढ़ाया ना करो कोई गिला या शिकवा है हम से तो तुम शिकायत करो दूर जाने की बात कर तुम, दिल से जान जुदा ना करो मजबूरियों को समझो, दिल को यूं तुम जलाया ना करो क़त्ल कर दो, यूं बेवफा का इल्जाम तुम लगाया ना करो #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #अल्फाज_ए_कृष्णा #गजल #yqdiary #gajalnama #जश्न_ए_इश्क़