जिंदगी- ज़िंदगी हैं कोई शतरंज नहीं जीत हो हार हो फिर भी कोई रंज नहीं, हार कर ही तो जीत मिलती हैं यह तो एक खेल हैं कोई जंग नहीं। ©Savitri Parveen Kumar #Chess