बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सुशासन बाबू भी कहा जाता है दरअसल जब वह सत्ता में आए तो प्रदेश की बेहाल व्यवस्था को ठीक है ना उन्होंने यह नाम कमाया लेकिन किसी पेज धीरे-धीरे इस कदर ढीले हो चले कि खुद मुख्यमंत्री इसकी चपेट में आ गए बुधवार को अपनी पुरानी संसदीय क्षेत्र के क्षेत्र में हुए लोगों से मिल रहे थे कि उन्हें 5 फीट की दूरी पर एक युवक के पटाखा फोड़ दिया बाद में युवक को जमकर पीटा गया जेल भेजा गया और अलग-अलग 16 दिन में उनके साथ यह दूसरी बार हुआ उन्होंने ज्ञापन में यह युवा पूरी सुरक्षा व्यवस्था बेचकर में धकेल कर चला गया मुख्यमंत्री के साथ हुई दुर्घटना प्रदेश की कानून व्यवस्था में सवाल खड़ा करती है कि जब मुख्यमंत्री के साथ ऐसा हो सकता है तो आम आदमी की इन घटनाओं के अलावा मुख्यमंत्री के जनता दरबार में भी आने की शिकायत इसकी आंखें खुली हैं इसलिए उन्होंने अली का चुनाव सरकारी योजनाओं की जांच टीम गठित कर दी गई सुविधा केंद्र ©Ek villain #ढीले होते पेजों को कसने की तैयारी नीतीश कुमार की #Life