जिस प्रकार फूलों की एक पंखुड़ी के टूटने से फूलों की खूबसूरती नहीं बटोरी जा सकती उसी प्रकार एक आदमी के भी आपके जीवन से दूर हो जाने पर भी आपको सुख प्राप्त नहीं होगा। अपनों की जरूरत