तितली;हमारा मिलना भी तो आलिंगन है जैसे दो रास्तों का आकर मिल जाना एक में, दो सपनों का हो जाना प्रवाहित संग ही जैसे कभी देखा ही न हो ये रंग ही-२ जो रंग दे रंगरेजे सा जीवन की डोर को; हो उल्लास जैसे होती देख बादल मोर को और कहे दिल हौले से आलिंगन इक संचार है तितली-२ #part_7#my_life#titli#Mylove#hug_day