तुम आस्था की पगडंडी हो, शेष अनुशीर्षक में पढ़िए निवेदिता पुष्प🌼🌺 कांटों की सीढ़ी चढ़ शीर्ष पे खिली हो, इंद्रधनुष से लहराती, आस्मां के सीने पे जड़ी हो, तुम साहस का प्रतिबिंब आस्था की पगडंडी हो कठिन से कठिन कठिनता को