ये रात जैसे ढलते दिन की शुरुआत, सुबह से पहले की ख़ामोशी, अँधेरों की ये तन्हाई, ज़िन्दगी की जद्दोजहद से आज़ादी, ख़ुद को ख़ुद से मिलाने की एक नाकाम कोशिश, नये दिन से फिर लड़ने की तैयारी के लिए, एक सुस्त बेचैन परेशान सी न आने वाली नींद… #yosimwrimo में रात के विभिन्न रूपों के बारे में लिखें। #येरातजैसे #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi