सर्पों को स्थान दिया है जिन्होंने अपने गले पे, चंद्र और गंगा को अपनी जटाओं में, जिस हलाहल को कोई धारण ना कर सका , उसको स्थान दिया उन्होंने अपने कंठ में , और भूत प्रेतगढ़ को सदैव जो रखते अपने साथ में, ऐसे हैं मेरे नाथों के नाथ भोले नाथ, जाता जो कोई उनकी शरण में , वह स्थान पाता सदैव उनके मन में | सारिका @shayari_ek_deewangi #shivbhakt #sawansomvar #sawan #halahal #Saap #chandra #jaishivshambhu