वो सज़दा ही क्या, जिसमें सर उठाने का होश रहे, इज़हारे इश्क का मजा तो तब है, जब मैं खामोंश और तू बैचेन रहे। ©Asif Hindustani वो सज़दा ही क्या... #sajdaa #Nojotoimageprompt #Shayari #AsifHindustani Dhyaan mira