#Pehlealfaaz कुछ किस्सों में होती बात, कुछ तेरे तो कुछ मेरे जज़्बात कुछ वक़्त की है बात, फिर शुरू होंगे तेरे-मेरे सारे राज़ बस कुछ किस्सों और हिस्सों में होती बात..!!! कुछ पन्ने पलटे हमनें भी बेहिसाब, तो कुछ लिख दिए गए अल्फाज़ कहाँ ख्यालो में खोए हुए हैं "ज़नाब", इस नींद के बाद किधर जाएंगे आप बस कुछ पन्ने ही तो पलटे हमनें भी बेहिसाब..!!! words and their effects