महिला सशक्तिकरण देखकर मन में भी तो चिन्ता है, लुट रही इज्जत बहनो का, रक्षाबंधन जिन्दा है, पुछ रही है बहन-बेटियाँ कैसी ये स्वाधीनता है, तिरंगा के सदा रंग की सच्चाई भी मुर्दा है, कैसे अब हम ये गाऐ भारत में स्वाधीनता है