देखते-देखते बचपन से हम सयाने हो गये कदम पर उनके कदम रखकर हम यौवन में आ गये दामन में उनके खेलकर गुलाब का गुलिस्ताँ बन गये माता-पिता के बाद उंगली पकड़ कर उनकी हम पोता -पोती हो गये उनके संस्कारों की रजाई में हम हमेशा जीते गये बीमारी में उनका सिरहाना बैठना सुकून के पल दिलाते गये सफेद बाल और लाठी, दादी के साड़ी का पल्लू प्रेम देते गये प्यार का बंधन दादा- दादी का जीवन के अनमोल हर्ष के पल दे गये ©VAniya writer * #Grandparents #dadadadi #grandfather #grandmother #Life❤ Nimble Limner (Jasmine Sun) #deargrandparents