गुलाब की पंखुड़ियों की महक से मोहब्बत तो सब करते हैं कभी महक में छिपे दर्द से नफरत करके देखो।। ज़ुबाँ पर शहद रखने वालों को पसंद सब करते हैं कभी उनके ज़हर से नफरत करके देखो ।। एक पल में मन में राय बना लेना आसाँ है कभी मन के शैतान से नफरत करके देखो ।। उम्मीदों की लहर में इल्ज़ामों के कटघरे में कोई है कभी उस कश्ती में डूबने के लिए खुद से नफरत करके देखो ।। बहुत आसाँ है शिक़वा करना नाइंसाफ़ी के लिए कभी गलतियों पर अकड़ने के लिए खुद से नफरत करके देखो ।। #Nafrat