शब्द ढूंढता हूँ दर्द बयां करने को,और आंख भर आयी है बह जाने को। अजीब कस्माकश है जिन्दगि की न लिख पाया, न रो पाया तेरी रुखसती पे। #निःशब्द #रुखसती #कस्मकश #अकेलापन #तन्हाई