Nojoto: Largest Storytelling Platform

ख़ामोश खामोश है लब्ज जब कुछ कह नही पाते; ये कभी-कभ

ख़ामोश खामोश है लब्ज जब कुछ कह नही पाते;

ये कभी-कभी कुछ बातें छुपाना जानते है;
 
पर आँखों का क्या 'प्रीती' यें तो बिना शर्तो के;

भी सब कुछ बयां कर देती है।।
                                



                               
                                          'प्रीती' कलम....🖊 लब्जो की खामोशीं...🖊🤐
ख़ामोश खामोश है लब्ज जब कुछ कह नही पाते;

ये कभी-कभी कुछ बातें छुपाना जानते है;
 
पर आँखों का क्या 'प्रीती' यें तो बिना शर्तो के;

भी सब कुछ बयां कर देती है।।
                                



                               
                                          'प्रीती' कलम....🖊 लब्जो की खामोशीं...🖊🤐