एक दिन था जब अपने परयो जैसा बर्ताव करते थे.. एक दिन था जब अक्सर लोग हमें अपना लेवल दिखाया करते थे... एक दिन था जब अक़्सर लोग हमारा मजाक बनाया करते थे... एक दिन था जब लोग अक्सर हमें पागल कहा करते है.. आज वो दिन है जब लोग हमरी एक झलक के लिए बेताब हे.. आज वो दिन है जब वो हमरी सफलता को Google पर seach कर रहे है.. आज वो दिन है जब पराए लोग भी अपने पन का दावा करते है। _vhora muskan ©Vhora Muskan #self #attitude #poetry #badalav #kahani एक वो दिन था आज वो दिन है... #clouds