तुम इक में ही उदास हो गए कैसे तुम आज निराश हो गए क्या हो गया जो आज छू ना पाए चांद को उसके करीब ना जाकर भी उससे दूर भी तो ना रहे कोशिश करो तुम इक बार फिर पा जाओगे मुकाम तुम्हारा जिसके काबिल हो तुम परेशान ना हो आज की इस खामीं पर काम कर उन पर बनाने के लिए कल को बेहतर आज इक कदम ही तो दूर थे हम आज से ही सफलता के कदमों की हज़ारों सीढ़ियां चढ़ेंगे हम तुमने ही तो दुनिया को जीना सिखाया है मंगल पर भी आशियाने का सपना फिर कैसे तुम आज निराश हो गए यूं ही तो नहीं कलाम कलाम हो गए तुम यूं ना उदास हो ना उदास हो #proudofisro तू इक बार फिर हिम्मत कर 🇮🇳🛩🌔💓